पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का खाका तैयार, नड्डा के साथ महासचिवों की बैठक में हुई इन मुद्दों पर चर्चा

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों के साथ बैठक की. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, लगभग 4 घंटे से अधिक देर तक चली इस बैठक के अंत में कॉल सेंटर और प्रचार तंत्र को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक प्रेजेंटेशन भी दी. बैठक में राजस्थान को लेकर प्रभारी महासचिव अरुण सिंह, छत्तीसगढ़ को लेकर सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, मध्यप्रदेश को लेकर सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश और कैलाश विजयवर्गीय, तेलंगाना को लेकर सह संगठनमंत्री शिवप्रकाश, महासचिव सुनील बंसल और बंदी संजय कुमार और मिजोरम को लेकर संगठन मंत्री बीएल संतोष ने प्रेजेंटेशन दिया.

इन पांचों चुनावी राज्यों में तैयारियों को लेकर संबंधित प्रभारी महासचिव रिपोर्ट दी साथ ही आगे की रणनीति पर खाका पेश किया गया. इन राज्यों में बूथ कमिटी कितने प्रतिशत कार्यरत है? कितने जगह पर बूथ कमिटी बनाने का काम चल रहा है. इन राज्यों में पन्ना प्रमुख और पन्ना समिति की स्थिति क्या है जैसे मुद्दों पर विस्तृत रिपोर्ट दी गई. इन सभी राज्यों में जमीनी कार्यकर्ता, सोशल मीडिया एक्टिविटी, ग्राउंड एक्टिविटी जैसे तमाम विषयों पर चर्चा हुई. साथ ही संबंधित राज्यों में राज्य सरकार के खिलाफ मुद्दों और सांगठनिक तैयारियों पर चर्चा की गई. इन राज्यों में जिला प्रभारियों की नियुक्ति, विस्तारकों की बहाली जैसे मुद्दों पर भी चर्चा और समन्वय की स्थिति पर चर्चा की गई.

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ हिंदी पट्टी के राज्य हैं और इन राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. इन राज्यों में केवल मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान राज्यों के चुनाव प्रभारी की ओर से प्रजेंटेशन दिया गया और रणनीति पर चर्चा हुई. इसके साथ-साथ कमजोर सीटों पर किस तरह की रणनीति अपनाई जा रही है इसे लेकर भी पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया गया.

इन मुद्दों पर हुई चर्चा

इसके साथ ही बीजेपी महासचिवों की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल ने चुनावी राज्यों में और लोकसभा की दृष्टि से भी विस्तारकों की बहाली पर विस्तृत रिपोर्ट दी. सुनील बंसल ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों की दृष्टि पार्टी द्वारा चलाए जा रहे कॉल सेंटर्स की जानकारी दी और अभी तक कितने कॉल सेंटर लगाए जा चुके हैं और कितने कॉल सेंटर लगाने का काम जारी है इस विषय में चर्चा की गई. आज की बैठक में एक खाका पेश किया गया की आगामी 2 से 3 महीनों में लोकसभा की दृष्टि सभी राज्यों में पार्टी के कॉल सेंटर पूरी तरह फंक्शनल होंगें जिससे पार्टी की स्थानीय गतिविधियों को तेजी से पंख लगेंगे. गौरतलब है कि आगामी चुनावों की दृष्टि से विस्तारक बहाली और कॉल सेंटरों की स्थापना का दोनों महत्वपूर्ण काम महासचिव सुनील बंसल के जिम्मे है.

लोकसभा प्रवास योजना की भी ली जानकारी

महासचिवों की बैठक का तीसरा महत्वपूर्ण मुद्दा ये रहा कि लोकसभा प्रवास योजना में तय किए गए कामों की समीक्षा. लोकसभा प्रवास योजना की लगभग 175 से ज्यादा सीटों पर लेटेस्ट डेवलपमेंट पर इसका काम देख रहे महासचिव विनोद तावड़े ने बैठक के अंदर डीटेल्स में जानकारी दी. बीजेपी की हारी हुई या जीत की दृष्टि से कमजोर सीटों पर पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए पिछले सवा साल से लगातार काम जारी है. लोकसभा प्रवास योजना कार्यक्रम का आखिरी चरण चल रहा है लिहाजा अबतक कितना काम हुआ है और क्या बाकि रह गया इन सभी विषयों की समीक्षा की गई. इन सीटों पर कितने समय में बाकी काम पूरा कर लिया जायेगा इसपर आगे का रोड मैप तैयार किया गया.

इसके अलावा महासचिव राधामोहन दास अग्रवाल ने शहरी स्थानीय निकाय सदस्य वर्ग में अबतक हुई प्रगति पर रिपोर्ट पेश की. इस कार्यक्रम को पार्टी ने लगभग 3 महीने पहले शुरू किया है जिसके जरिए शहरी और स्थानीय निकायों के सदस्यों का वर्कशॉप लगाकर केंद्र सरकार और बीजेपी शासित राज्य सरकारों द्वारा किए जा रहे कार्यों को जन जन तक पहुंचाने की रणनीति बताई जाती है और सरकार और पार्टी की सोच और कामों को धरातल तक पहुंचाने का काम इन स्थानीय निकाय सदस्यों को दिया जाता है. इसी तरह से स्थानीय ब्लॉक पंचायत वर्ग को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट महासचिव दुष्यंत गौतम ने दी. उन्होंने बताया की ग्रामीण इलाकों में सरकार की बातों को पहुंचाने के लिए अबतक कितने वर्कशॉप और कार्यक्रम किए गए हैं.

चुनाव घोषणा से पहले राष्ट्रीय महामंत्री की आखिरी बैठक

इन मुद्दों के अलावा पीएम मोदी के जन्मदिन से गांधी जयंती तक चलाए जा रहे सेवा कार्यों के बारे में एक विस्तृत समीक्षा रिपोर्ट तीन महामंत्रियों सुनील बंसल, विनोद तावड़े और तरुण चुग ने दी. इसके अलावा पीएम के मन की बात कार्यक्रम पर महासचिव दुष्यंत गौतम, कार्यकर्ताओं से संवाद पर विनोद तावड़े, और समन्वय बैठक पर रिपोर्ट सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने दी. मिली जानकारी के मुताबिक यह बैठक आगामी 5 राज्यों के चुनाव घोषणा से पहले की आखिरी राष्ट्रीय महामंत्री बैठक थी, इसमें आगे की तैयारियों का खाका खींच, चुनावी समर में प्रभावी रूप से कूदने की रणनीति बनाई गई.

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